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सरकार का अलर्ट: बात करते समय मर्ज न करें कॉल,खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट का बैलेंस।

मोबाइल फोन पर किसी अंजान व्यक्ति से बात करते समय कॉल को मर्ज न करें। ऐसा करने पर आपका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो सकता है। इसके जरिये साइबर अपराधी आपके बैंक खाते तक भी पहुंच सकते हैं।

साइबर धोखाधड़ी लगातर बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार ने चेतवानी जारी की। इसमें कहा है कि साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।

अपना OTP किसी से साझा न करें।



गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को अपने ट्विटर हैंडल ‘साइबर दोस्त’ के जरिये ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को लेकर भी चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि फोन पर कभी भी किसी अंजान व्यक्ति से बात करते समय कोई और कॉल मर्ज न करें।

कॉल मर्ज होते ही जालसाज ओटीपी जानकर आपका बैंक मेट्रो, रेलवे स्टेशन, पार्क समेत ऐसी कई जगहों पर फ्री वाईफाई की सुविधा है। अक्सर लोग इंटरनेट बचाने और फ्री वाईफाई के चक्कर में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी पब्लिक वाईफाई के जरिए कर लेते हैं। इन फ्री वाईफाई में कुछ फ्रॉड भी हो सकते है। इस स्थिति में अगर आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं, तो आपकी बैंक से जुड़ी निजी जानकारी उनके पास चली जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि, पब्लिक वाईफाई से कभी भी अपने ट्रांजेक्शन ना करें। पर भी शिकायत कर सकते हैं। साइबर दोस्त साइबर सुरक्षा पर जानकारी साझा करता है।

What is antivirus.

किसी से साझा न करें ओटीपी

डिजिटल भुगतान या बैंक से जुड़े कोई भी लेनदेन करते समय मोबाइल नंबर एक ओटीपी आता है। इसके डालने के बाद ही लेनदेन पूरी होती है। ऐसे में अपना ओटीपी नंबर किसी से साझा न करें। इसके अलावा, ज्यादातर लोग फोन और मैसेज के जरिये भी ओटीपी साझा कर देते हैं। ऐसा करने से बचें अन्यथा आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

पब्लिक वाईफाई से लेनदेन करने से बचें

फ्री wifi का यूज करने से बचें।

मेट्रो, रेलवे स्टेशन, पार्क समेत ऐसी कई जगहों पर फ्री वाईफाई की सुविधा है। अक्सर लोग इंटरनेट बचाने और फ्री वाईफाई के चक्कर में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी पब्लिक वाईफाई के जरिए कर लेते हैं। इन फ्री वाईफाई में कुछ फ्रॉड भी हो सकते है। इस स्थिति में अगर आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं, तो आपकी बैंक से जुड़ी निजी जानकारी उनके पास चली जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि, पब्लिक वाईफाई से कभी भी अपने ट्रांजेक्शन ना करें।

गूगल क्रोम पर भूलकर भी न करें ये गलतियां,हो सकते हैं हैकिंग के शिकार, एंटीवायरस भी नही करेगा काम।

इंटरनेट के बहुत से फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। ऐसे में इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां रखना जरूरी होता है। इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए बहुत से लोग गूगल क्रोम ब्राउजर का उपयोग करते हैं।

अक्सर लोग गूगल क्रोम पर बार-बार लॉग-इन करने से बचने के लिए जीमेल सहित सर्विस के लॉगइन आईडी और पासवर्ड को सेव कर देते हैं। बता दें कि ऐसा करना यूजर को भारी पड़ सकता है। ऐसे में गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते वक्त भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए नहीं तो हैकिंग का शिकार हो सकते हैं।

हो सकते हैं हैकिंग का शिकार


हाल ही में सिक्योरिटी एक्सपर्ट कंपनी AhnLab ने एक रिपोर्अ में इस बात का खुलासा किया है कि एक वायरस गूगल क्रोम से आपके लॉगइन आईडी और पासवर्ड चुरा सकता है। दरअसल सिक्योरिटी फर्म ने रेडलाइन स्टीलर नाम के एक मैलवेयर की पहचान की है। यह मैलवेयर गूगल क्रोम में सेव लॉगईन आईडी और पासवर्ड चुराने का काम करता है। ऐसे में हैकर्स इस मैलवेयर के जरिए आपकी पर्सनल डिटेल हासिल कर सकते हैं। साथ ही बैंकिंग फ्रॉड जैसी घटनाओं को भी अंजाम देते हैं।

एंटीवायरस भी नहीं करेगा काम

रिपोर्ट के अनुसार, यह मैलवेयर काफी खतरनाक है। यहां तक की इस मैलवेयर पर एंटीवायरस का भी असर नहीं होता है। बताया जा रहा है कि यह मैलवेयर कंपनी के वीपीएन तक पहुंचकर लॉग-इन और पासवर्ड चोरी करने में माहिर है। ऐसे में यूजर्स से गूगल क्रोम में अपना लॉग-इन आईडी पासवर्ड सेव ना सेव करने की सलाह दी गई है। इस मैलवेयर पर एंटीवायरस का असर नहीं होता है।

एंटीवायरस क्या है जाने विस्तार में।

ऐसे बचें



इस मैलवेयर से बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। भूलकर भी गूगल क्रोम ब्राउजर पर कोई भी पासवर्ड ना सेव करें। इसके साथ ही अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें। हमेशा सिक्योर और ऑफिशियल वेबसाइट का इस्तेमाल करें। इसके अलावा मेल, मैसेज या व्हाट्सऐप पर आने वाले किसी अनजान लिंक को क्लिक न करें। पर्सनल डेटा और अन्य जरूरी फाइल को बिना प्रोटेक्शन के सेव करके न रखें।

कैसा होगा e-passport जिसे लॉन्च करने जा रही है TCS, क्या कागज के बदले चिप से होगा काम ।

देश के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर टीसीएस (TCS) को पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) का दूसरा फेज शुरू करने की अनुमति मिल गई है.

ई-गवर्नेंस प्रोग्राम के तहत भारत के लाखों लोगों का पासपोर्ट बनाया जाएगा. इसमें टाटा की कंपनी टीसीएस सबसे नई आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करेगी. टीसीएस इस बार ई-पासपोर्ट (e-passport) भी शुरू करने जा रही है जिसका इंतजार कई वर्षों से है.

टीसीएस ने ई-पासपोर्ट के बारे में कहा है, इसकी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी हम लेकर आ रहे हैं, लेकिन पासपोर्ट पास करना या छापने का काम केंद्र सरकार ही करेगी. लोगों के ऐसे सवाल हैं कि क्या ई-पासपोर्ट पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक होगा या उसका रूप कैसा होगा. इस बारे में टीसीएस ने साफ कर दिया है कि e-passport पूरी तरह से पेपर-फ्री नहीं होगा और उसमें कुछ कागज भी होंगे. कागज की जरूरत इसलिए होगी क्योंकि वीजा स्टांपिंग का काम अभी चल रहा है जो कागज पर ही हो सकेगा. कंपनी का कहना है कि बाद में ऑटोमेशन के जरिये कागज की जरूरत को खत्म किया जा सकता है.

https://vinkal.design.blog/2021/12/12/%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87

पासपोर्ट में लगी होगी चिप

पासपोर्ट के जैकेट (ऊपरी पन्ना) में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होगी जिसमें सुरक्षा से जुड़ी सभी जानकारी दर्ज होगी. दुनिया के कई देशों में ई-पासपोर्ट है और कई देश इस पर काम भी कर रहे हैं. लेकिन भारत का ई-पासपोर्ट बाकी देशों से बिल्कुल अलग होगा. बस कुछ महीनों की बात है और भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जहां ई-पासपोर्ट का चलन है. टीसीएस ने देश में पहले फेज का पासपोर्ट कार्यक्रम भी चलाया है जिसमें 8.6 करोड़ से अधिक लोगों को पासपोर्ट जारी किया गया. भविष्य में भारत के लोग दुनिया के अलग-अलग हिस्से में यात्रा करेंगे और इससे पासपोर्ट बनाने का काम और तेज होगा.

जारी करने का काम सरकार का

पासपोर्ट छापने और जारी करने के अलावा इससे जुड़े सभी काम टीसीएस ही देखेगा. इसके लिए तीसरा डेटा सेंटर तैयार किया जा रहा है जिसमें लोगों की जरूरी जानकारी स्टोर की जाएगी. पहले फेज में दो डेटा सेंटर बनाए गए थे. इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनी सैकड़ों टेक्नोलॉजी वर्कर की भर्ती करेगी. इसके साथ ही पासपोर्ट सेवा केंद्र के लिए फ्रंट ऑफिस स्टाफ की भी भर्ती की जाएगी. ई-पासपोर्ट में बायोमेट्रिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एडवांस डाटा एनालिटिक्स, चैटबोट, ऑटो रेस्पोंस, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और क्लाउड का इस्तेमाल किया जाएगा. लोगों का जैसा उपयोग और अनुभव होगा, उस हिसाब से ई-पासपोर्ट में सुविधाएं जोड़ी जाएंगी.

फिंगरप्रिंट और आईरिस का इस्तेमाल

पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल पहले से होता है. फिंगरप्रिंट भी बायोमेट्रिक का हिस्सा है. इसलिए ई-पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट तो रहेगा ही, इसके अलावा भी कई तरह की सुविधाएं जोड़ी जाएंगी. व्यक्ति की पहचान के लिए फिंगरप्रिंट के अलावा आईरिस और अल्गोरिदम का उपयोग होगा. आईरिस का प्रयोग वैसे ही होगा जैसा आधार आदि में किया जाता है. आईरिस से भी व्यक्ति की पहचान होती है और इससे फर्जीवाडे को रोकने में मदद मिलेगी. ई-पासपोर्ट में आईरिस की सुविधा भी बढ़ने जा रही है.

Up. में एक लाख विद्यार्थियों को मिलेगा टैबलेट और स्मार्टफोन,सीएम योगी करेंगे योजना का आगाज..

पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर प्रदेश में स्नातक, स्नातकोत्तर, मेडिकल, इंजीनियरिंग और कौशल विकास प्रशिक्षण से जुड़े विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण की योजना का आगाज किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार दोपहर 12 बजे राजधानी के इकाना स्टेडियम में एक लाख विद्यार्थियों को टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री डीजी शक्ति पोर्टल और डीजी शक्ति अध्ययन एप भी लांच करेंगे। विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरण की योजना के साथ ही सरकार भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र 2017 में किया गया सबसे बड़ा वादा भी पूरा करेगी।

Android phone tips & tricks :- क्या आपका भी फोन स्लो चल रहा है। ये सेटिंग करने के बाद नए जैसा चलने लगेगा

आईटी और इलेक्ट्रानिक्स विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि यह योजना से युवाओं को तकनीकी रूप से अपग्रेड करने की दिशा में बड़ी पहल है। स्मार्टफोन और टैबलेट में न सिर्फ पढ़ाई के लिए ऑनलाइन पाठ्यसामग्री मिलेगी बल्कि रोजगार से संबंधित जानकारियां भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि सभी स्मार्टफोन और टैबलेट में डीजी शक्ति अध्ययन एप इंस्टाल है। एप के जरिये संबंधित विश्वविद्यालय या विभाग विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराएंगे। शासन की ओर से बूट लोगो और वाल पेपर के माध्यम से रोजगार परक योजनाओं की भी जानकारी दी जाएगी।

इंफोसिस उपलब्ध क राएगी 3900 प्रोग्राम
योजना की नोडल एजेंसी यूपीडेस्को के एमडी कुमार विनीत ने बताया कि सरकार की ओर से आईटी कंपनी इंफोसिस से अनुबंध किया जा रहा है। इससे इंफोसिस के शिक्षा और रोजगार से जुड़े 3900 प्रोग्राम निशुल्क युवाओं को उपलब्ध होंगे। स्मार्ट फोन और टैबलेट में युवाओं को पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं और रोजगार के लिए बेहतरीन पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। इससे वह वह स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

जिलों में भी वितरित किए जाएंगे स्मार्ट फोन और टैबलेट
कुमार विनीत ने बताया कि स्मार्ट फोन और टैबलेट वितरण के लिए शनिवार को लखनऊ में अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे प्रदेश भर के युवाओं को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को होने वाले समारोह में हर जिले से दो-दो सौ विद्यार्थियों को भी टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद जिलों में स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर स्मार्ट फोन और टैबलेट वितरित किए जाएंगे।

25 दिसंबर के बाद फिर शुरू होगा रजिस्ट्रेशन
जिन युवाओं का रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है। 25 दिसंबर के बाद उनका डीजी शक्ति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो सकेगा।

Android phone tips & tricks :- क्या आपका भी फोन स्लो चल रहा है। ये सेटिंग करने के बाद नए जैसा चलने लगेगा

Android Smartphone Tricks:

कुछ समय बाद कई स्मार्टफोन की स्पीड स्लो हो जाती है क्योंकि अधिक ‘जंक’ कैश्ड डेटा, अनयूज्ड फाइलों और फोल्डरों के रूप में इक्टठा हो जाता है.

Smartphone speed up
Smartphone speed up

Smartphone Speed UP:

एंड्रॉयड स्मार्टफोन खूब इस्तेमाल किए जा रहे है. नई नई टेक्नॉलोजी आ रही हैं. नए स्मार्टफोन्स में प्रोसेसर, रैम और स्टोरेज भी ज्यादा आ रही हैं. लेकिन कुछ समय बाद कई स्मार्टफोन की स्पीड स्लो हो जाती है क्योंकि अधिक ‘जंक’ कैशे डेटा, अनयूज्ड फाइलों और फोल्डरों के रूप में इक्टठा होते रहते हैं. इसके लिए हममें से अधिकांश लोग एक एंड्रॉयड एंटी-वायरस ऐप डाउनलोड करते हैं जो एक टैप में काम करता है, लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने Android स्मार्टफोन को स्पीड बढ़ा सकते हैं.

Home screen clean up

डेटा सेवर मोड चालू रखें (Enable ‘Data Saver’ Mode)


क्रोम ब्राउजर में ‘डेटा सेवर’ ऑप्शन को एक्टिव करने से आपको ज्यादा इंतजार किए बिना सर्फिंग करने में मदद मिलेगी क्योंकि यह कम डेटा का इस्तेमाल करके और पेजों को तेजी से लोड करता है. यहां आप फोटो और वीडियो की क्वालिटी पर थोड़ा सा समझौता कर सकते हैं. साथ ही, यहां डेटा स्पीड मायने रखती है.

On data sever mode

होम स्क्रीन साफ रखें (Clean The Home Screen)


होम स्क्रीन को क्लीन करने से फोन हल्का हो जाता. मौसम, समाचार और इस तरह के लगातार अपडेट होने वाले ऐप्स के लिए विजेट्स के साथ लाइव वॉलपेपर रखने से अक्सर फोन स्लो हो सकते हैं क्योंकि जैसे ही आप अपने स्मार्टफोन को अनलॉक करते हैं, वे सभी रिफ्रेश हो जाते हैं. होम स्क्रीन पर कई विंडो रखने से भी यही हाल होता है.

Switch Off Auto-Sync


इन दिनों ज्यादातर स्मार्टफोन में सेटिंग ऐप में यह खास ऑप्शन होता है. बैकग्राउंड में ऑटो सिंक करने के लिए वास्तव में किन ऐप्स की जरूरत है, इस पर एक नजर डालें. केवल उन्हीं ऐप्स को ऑटो सिंकिंग की परमिशन दें जिनकी आपको वास्तव में जरूरत है.

जाने lpg gas ke baare mein LPG काम की खबर : फ्री एलपीजी कनेक्सन के नियमो मे सरकार करेगी बड़ा बदलाव ? जानिए सब्सिडी का नया रूल …………………….

Task Killers Actually Make Apps ‘Slow’


हां, तुमने यह सही पढ़ा. टास्क किलिंग ऐप्स वास्तव में ऐप्स के स्टार्ट होने को स्लो कर देते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ ऐप्स को एंड्रॉयड द्वारा बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जाता है जब उन्हें बैकग्राउंड में बीच में छोड़ दिया जाता है. जब टास्क किलर बैकग्राउंड में चल रहे ऐप को बंद कर देते हैं, तो उन्हें शुरू से बूट करने में अधिक समय लगता है. इसमें बैटरी भी ज्यादा लगती है.

Overclock The Smartphone Processor


यदि आप अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन को रूट करना जानते हैं और आपके पास एक अच्छा ओवरक्लॉकिंग ऐप है, तो एक तेज UI अनुभव देखने के लिए तैयार हो जाइए. हालांकि, यहां कुछ वॉर्निंग्स में स्मार्टफोन का ज्यादा गर्म होना और तेज बैटरी खत्म होना शामिल हैं.

Clear The Cached Data

😮😮😮 whatsapp ke new features, जाने विस्तार में……..


जंक फाइलों को क्लीयर करने और कुछ कामों में स्मार्टफोन की स्पीड बढ़ाने का यह शायद सबसे आम तरीका है. इसके लिए आपको बहुत सारे ऐप मिलते हैं और कुछ स्मार्टफोन में इस फीचर के साथ इनबिल्ट फोन मैनेजर भी होता है.

Deactivate Some Apps


आप बैकग्राउंड में चल रहे कुछ ऐप्स को डीएक्टिवेट भी कर सकते हैं. क्लियरिंग ऐप्स जिनका आप जल्द ही कभी भी उपयोग नहीं करेंगे, इससे रैम और प्रोसेसर पर लोड कम कर देंगे. इसके लिए आपको कई थर्ड पार्टी ऐप्स भी मिलते हैं.

Keep The OS Version Up To Date


यदि आपका स्मार्टफोन अभी भी आधिकारिक ओएस अपग्रेड साइकल में है, तो जब भी ओईएम नया ऑपरेटिंग रोल आउट करे तो नया वर्जन इंस्टॉल करें. यह पिछले वर्जन से बग को दूर रखता है और डिवाइस को फास्ट रखने में हेल्प करता है.

Factory Reset


यह आपके पास आखिरी उपाय है. यदि आप रूटिंग से परिचित नहीं हैं, और आपकी डिवाइस आधिकारिक Android OS अपडेट साइकल में नहीं है और आप नहीं चाहते कि थर्ड पार्टी एप्लिकेशन आपका डेटा क्लीयर करें तो फैक्ट्री रीसेट करें. यह ऑप्शन सेटिंग पेज में पाया जा सकता है. फैक्ट्री रीसेट करने से पहले सुनिश्चित करें कि आपने सब कुछ बैकअप कर लिया है.

दुबई जाने के लिए 7 युवक पहुंचे लखनऊ एयरपोर्ट, वीजा से लेकर टिकट तक सब निकला फर्जी

दुबई में अच्छी नौकरी और रहने के इंतजाम का झांसा देकर सात बेरोजगारों से 4.46 लाख रुपये की ठगी हो गई। इसकी जानकारी लखनऊ एयरपोर्ट पर हुई। यहां जांच होने पर वीजा और टिकट फर्जी निकले।

बिसंडा थाने कोर्रही गांव निवासी रिजवान के मुताबिक, गिरवां के शेखनपुरवा का नबी अहमद उसका पुराना परिचित है। उसने दुबई में अच्छी नौकरी लगवाने और रहने-खाने का मुफ्त इंतजाम का झांसा दिया। झांसे में आए रिजवान ने अपने भाई इलियास और गांव के अपने साथियों एकबाल, फखरुद्दीन, आसिफ, शाकिर और मोहम्मद हुसैन के साथ मिलकर 4.46 लाख रुपये जुटाए।

नबी अहमद के कहने पर उसके मौसी के बेटे शराफत अली के प्रयागराज स्थित एसबीआई बैंक खाते में पूरी रकम भेज दी। रकम मिलने पर शातिर मौसेरे भाइयों ने सभी को फर्जी वीजा और टिकट पकड़ा दिए दिया। पांच हजार रुपये भाड़े पर कार लेकर सभी 20 अक्तूबर को दुबई जाने के लिए अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर जांच में वीजा और टिकट फर्जी निकले। फर्जीवाड़ा और ठगी जानकारी होते ही सभी के होश उड़ गए।

ठगी का शिकार सभी लोग मायूस होकर अपने गांव लौट आए। आरोपित नबी से विरोध जताकर रकम वापस मांगी तो जल्द लौटाने का वादा किया। इसके बाद रकम न देने पर दबाव डालने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगा। इस पर सभी ने एसपी के सामने पेश होकर पूरे मामले की जानकारी दी। एसपी के आदेश पर दोनों शातिरों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी व धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

दुनिया के लिए खतरा बनेगा कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी |

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लंदन. ब्रिटेन में एक नए वैज्ञानिक विश्लेषण में चेतावनी दी गई है कि यदि लोगों के सामाजिक रूप से एकत्र होने पर रोक नहीं लगाई गई तो देश अगले साल जनवरी से कोरोना वायरस (Omicron variant Case) के नए स्वरूप से उत्पन्न संक्रमण की ‘बड़ी लहर’ का सामना कर सकता है.

लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (एलएसएचटीएम) के विश्लेषण में कहा गया है कि जिस दर से वर्तमान में इंग्लैंड में संक्रमण बढ़ रहा है, उसका नतीजा अंततः अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि के रूप में निकलेगा.

नया वैज्ञानिक विश्लेषण ऐसे समय आया है जब ब्रिटेन में ओमिक्रोन से जुड़े 448 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप से जुड़े मामलों की कुल संख्या 1,265 हो गई है. विश्लेषण से जुड़े वैज्ञानिकों ने कहा है कि देश में जो स्थिति है, उसे देखकर लगता है कि यदि लोगों के सामाजिक रूप से एकत्र होने पर रोक नहीं लगाई गई तो अगले साल जनवरी से ब्रिटेन को ओमीक्रोन से उत्पन्न एक बड़ी लहर का सामना करना पड़ सकता है. अध्ययन से संकेत मिलता है कि ओमिक्रॉन से जुड़े मामलों की संख्या डेल्टा स्वरूप से जुड़े मामलों से आगे निकल सकती है. देश में अभी डेल्टा स्वरूप से जुड़े मामलों की अधिकता है.

यूके हेल्थ सिक्यॉरिटी एजेंसी ने जताई चिंता

यूके हेल्थ सिक्यॉरिटी एजेंसी (UKSHA) ने कहा कि यदि वृद्धि दर और मामले दोगुने होने में लगने वाला समय ऐसा ही रहा तो वे अगले दो चार हफ्तों में कोरोना वायरस के कम से कम 50 प्रतिशत मामले ओमिक्रॉन स्वरूप के देख सकते हैं. यूकेएसएचए मुख्य चिकित्सा सलाकार डॉ सुसान होपकिंस ने कहा, ”यह प्रमाण बढ़ता जा रहा है कि ओमीक्रोन अत्यधिक संक्रामक है. हम संक्रमण की चेन तोड़ने और नए स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए हर चीज करेंगे.

इससे पहले ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा था कि वेरिएंट डबलिंग रेट 2 से 3 तीन के बीच हो सकती है. इसके साथ ही उन्होंने अनिवार्य फेस मास्क, वर्ग फ्रॉम होम गाइडलाइंस, और सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश के लिए कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट अनिवार्यता जैसे उपायों की घोषणा की. वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप के अत्यधिक संक्रामक होने का जिक्र करते हुए जॉनसन ने कहा कि नए स्वरूप के मामलों की संख्या दो या तीन दिन में दोगुना की दर से बढ़ रही है.

Reliance Jio new prepaid plans start today. See new rates, validity

Jio peechhe ku rahega bhai 😂😂😂

Reliance Jio new prepaid plans start today. Photo: Ramesh Pathania/Mint
Reliance Jio new prepaid plans start today. Photo: Ramesh Pathania/Mint
1 min read . 09:08 AM IST
Edited By Livemint

Reliance Jio new prepaid tariff plans start today, and if you wonder it would be any different from Bharati Airtel or Vodafone Idea pepaid packs then you must read this story. The Mukesh Ambani-owned telecom company has decided to increase the prepaid plans rate starting December 1, 2021. It came after two of its competitors, Airtel and Vodafone Idea did so to generate more revenue. The entire prepaid rates have been revised by nearly 20 per cent.


The already burdened subscribers have to pay more now on every recharge, whether monthly, or top ups. So be prepared and understand the changes before proceeding any further.

All the existing packs from the 28 days to 365 days have been revised along with the top up recharges. The ₹75 pack valid for 28 days moves to ₹91.


The commonly used recharge of ₹199 will now be levied at ₹239 having 1.5GB data each day for a period of 28 days. The 2GB data/day for 28 days pack moves to ₹299.

The 56 days pack of ₹399 has been hiked to ₹479 with 1.5GB data/day. Similarly, the 2GB data/day pack for the same period will be charged at ₹533 from the current ₹444.

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Vinkal041

इंटरनेट पर 20 सबसे उपयोगी वेबसाइटें……

यहां इंटरनेट पर सबसे उपयोगी वेबसाइटें हैं जो आपको स्मार्ट बनाएंगी, उत्पादकता बढ़ाएंगी और नए कौशल सीखने में आपकी मदद करेंगी। ये अविश्वसनीय रूप से उपयोगी वेबसाइटें कम से कम एक समस्या को वास्तव में अच्छी तरह हल करती हैं। और उन सभी के पास अच्छे यूआरएल हैं जिन्हें याद रखना आसान है और इस प्रकार आपको Google की यात्रा की बचत होती है।

सबसे उपयोगी वेबसाइट और वेब ऐप्स

  1. आर्काइव .is – एक वेब पेज का एक स्थायी स्नैपशॉट लें जो हमेशा के लिए मौजूद रहेगा, भले ही मूल पेज चला गया हो।
  2. autodraw.com — फ्रीहैंड डूडल बनाएं और उन्हें मशीन लर्निंग द्वारा संचालित खूबसूरत ड्रॉइंग में जादुई रूप से बदलते हुए देखें।
  3. Fast.com — अपने इंटरनेट कनेक्शन की वर्तमान गति की जाँच करें।
  4. स्लाइड्स डॉट कॉम — पिक्सेल-परफेक्ट स्लाइड डेक बनाएं और अपनी प्रस्तुतियों को कहीं से भी किसी भी आकार के दर्शकों के लिए प्रसारित करें।
  5. Screenshot.guru —  मोबाइल और डेस्कटॉप पर वेब पेजों के उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाले स्क्रीनशॉट लें ।
  6. dictation.io  – आपके ब्राउज़र में ही सटीक और त्वरित आवाज पहचान।
  7. रिवर्स.फोटोस – एक छवि अपलोड करें और वेब पर समान चित्र खोजें।
  8. copychar.cc  – विशेष वर्णों और इमोजी को कॉपी करें जो आपके कीबोर्ड पर नहीं हैं।
  9. codeacademy.com  –  ऑनलाइन कोडिंग सीखने के लिए सबसे अच्छी जगह ।
  10. noisli.com — परिवेशी शोर आपको फ़ोकस सुधारने और उत्पादकता बढ़ाने में मदद करता है।
  11. iconfinder.com  – सभी प्रकार की परियोजनाओं के लिए लाखों आइकन। icon8.com और flaticon.com भी आजमाएं ।
  12. jotti.org  – वायरस के लिए किसी भी संदिग्ध फाइल या ईमेल अटैचमेंट को स्कैन करें।
  13. wolframalpha.com  – बिना खोजे सीधे उत्तर प्राप्त करता है – अधिक वुल्फराम युक्तियाँ देखें ।
  14. Earth.google.com  – अपने ब्राउज़र के आराम से सुंदर शहरों, स्थलों का पता लगाएं और 3D में दुनिया की परिक्रमा करें।
  15. unsplash.com  – छवियों को  बिल्कुल मुफ्त डाउनलोड करने के लिए सबसे अच्छी जगह ।
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  1. हरटाइमज़ोन.कॉम  – विश्व समय क्षेत्रों का एक कम भ्रमित करने वाला दृश्य ।
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  3. random.org  – रैंडम नंबर चुनें, सिक्के फ्लिप करें, और बहुत कुछ।