जैसा कि आप सभी जानते हैं गूगल पर आज के समय में कितना ज्यादा प्रचलित मनी ट्रांसफर एप्प है गूगल पे ने बुधवार को पाइपलाइन के साथ मिलकर यूपीआई के लिए टेप टू लांच करने की घोषणा कर दी है यह एक ऐसी कार्य क्षमता है जिसका उद्देश्य टाइप टू पर टू यू पी आई की सेहत सुविधा लाना है और गूगल अपने कामों को बहुत ही बेहतर बना रहा है और यूजर्स के लिए नए नए फीचर्स लेकर आ रहा है
आपको बताते चलें टैटू पर केवल कार्ड के लिए उपलब्ध था अभी तक यह सिर्फ कार्ड पर ही उपलब्ध था
गूगल प्ले सिक्योरिटी को देखते हुए भुगतान करने के लिए सभी उपयोगकर्ताओं को अपने फोन को बस टर्मिनल पर टाइप करना होगा और अपने यूपीआई पिन का उपयोग करके अपने फोन से भुगतान को प्रमाणित करना होगा क्यूआर कोड या यूपीआई से जुड़ी मोबाइल नंबर को स्कैन करने दर्ज करने की प्रक्रिया को लगभग खाली बनाना होगा गूगल ऐप को लगभग अपडेट कर रहा है और ज्यादा बेहतर हो सके। जिससे यूजर को चलाने में और उसकी प्राइवेसी के साथ कोई छेड़खानी ना हो।
गूगल केपीएस ई बिजनेस है हेड सजीथ शिवानंदन ने एक बयान में कहा “भारत में फिटनेस विकास दुनिया के लिए प्लेबुक लिख रहा है ” पहले यूपीआई के साथ वास्तविक समय भुगतान करने के साथ और आगे प्रवाह के साथ विचार करके जो लेनदेन के समय को लगभग कर देता है यूपी के लिए का आउटलेट के लिए गहरा प्रभाव पड़ता है दूर ले जा रहा है
गूगल की कार्य क्षमता किसी भी यूपीआई उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध होगी जो देश भर में किसी भी पाइप लैब्स एंड्राइड ओएस 10 मिनट का उपयोग करने के लिए अपने एनएफसी एंड्रॉयड स्मार्टफोन का उपयोग करना चाहते हैं
जैसा की आप सब जानते हैं अभी UP बोर्ड का एग्जाम चल रहा है तो आपको बता दें कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2022 का अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र बुधवार को लीक हुआ । जिसका परिणाम यह हुआ 316 ED और 316 EI सीरीज का प्रश्न पत्र से बुधवार को 24 सीटों में द्वितीय पाली में होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का कहना है कि जो भी धोखाधड़ी हुई है जिनसे भी हुई है उन्हें जल्द से जल्द सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्पेशल टास्क फोर्स ने जांच शुरू कर दी है प्रश्न पत्र लीक मामले में प्रथम दृष्टया दोषी बालिका के जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्र को निलंबित किया है मामले में दोषी आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बोर्ड परीक्षा बुधवार को द्वितीय पाली में 12वीं की परीक्षा अंग्रेजी की होने के लिए प्रस्तावित की गई थी बलिया में 316 ED और 316 EI सीरीज का प्रश्न पत्र लीक होने का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने से शिक्षा विभाग और शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया और इन दो सीरीज के प्रश्न पत्र से 24 जिलों में परीक्षा होनी थी माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के निर्देश पर शासन के 24 जिलों में द्वितीय पाली में होने वाली अंग्रेजी विषय की परीक्षा को निरस्त कर दिया है शासन ने 13 अप्रैल को पहली पाली में सुबह 8 बजे से लेकर 11:15 तक पुनः परीक्षा कराने का निर्णय किया है
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने हुए इस धोखाधड़ी को निपटाने के लिए एसटीएफ जांच के निर्देश दिए निर्देश पर एसटीएफटी टीम मामले की जांच के लिए वाराणसी से बलिया पहुंच गई बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्र को प्रथम दृष्टया लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित किया।
8 लाख से अधिक अभ्यर्थियों की परीक्षा हुई निरस्त
अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है कि इन 24 जिलों में परीक्षा नही हुई है वह इंटरमीडिएट में करीब आठ लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी
स्मार्टफोन बाजार में दो ऑपरेटिंग सिस्टम वाले फोन्स ने अपना कब्जा जमाया हुआ है। इनमें से एक है iOS और दूसरा है Android। iOS वाले प्रोडक्ट तो साल में एक बार लॉन्च होते हैं लेकिन Android वाले फोन्स तो डेली ही लॉन्च होते रहते हैं।
जहां बात अपडेट देने की आती है तो इसमें एप्पल को अब तक कोई हरा नहीं पाया है। समय-समय पर एप्पल आईफोन पर अपडेट देती रहती हैं, वहीं एंड्रॉयड यूजर्स अपडेट का इंतजार करते ही रह जाते हैं।
आपको बता दें कि एप्पल ने 72% आईफोन्स तक iOS 15 का अपडेट पहुंचा दिया है। अब iOS 14 महज 25 फीसदी फोन्स में ही रह गया है और सिर्फ 2% आइफोन्स इससे पुराने वर्जन पर काम कर रहे हैं। एप्पल कंपनी चार से पांच साल पुराने 63% आईफोन्स पर भी iOS 15 का अपडेट पहुंचा चुकी है।
एंड्रॉयड को क्यों नहीं मिल रहा अपडेट
गूगल एंड्रॉयड के लेटैस्ट वर्जन पर काम करने वाले फोन्स के लिए अपडेट जारी नहीं करती है। पुछले साल नवंबर में गूगल ने Android 12 जारी किया था और अब भी 26.5% एंड्रॉयड फोन्स एंड्रॉयड 10 पर काम कर रहे हैं जिसे कि वर्ष 2019 में लॉन्च किया गया था। Android 11 वाले फोन्स की संख्या भी महज 24.2% ही है। फिलहाल एंड्रॉयड 12 के यूजर्स कितने हैं यह अभी एक राज है, हालांकि कुछ कंपनियों ने अपने फोन्स के लिए Android 12 का अपडेट देना शुरू कर दिया है। आपको जानकार हैरानी होगी कि अभी भी 18.2% फोन्सAndroid 9 Pie पर काम कर रहे हैं और 13.7% फोन में अभी भी Android 8 Oreo है।
इन आंकड़ों से यह पता चल जाता है कि एंड्रॉयड फोन के मुकाबले आईफोन पर भरोसा लोग क्यों करते हैं। एप्पल पांच साल पुराने फोन को भी अपडेट दे रही है, लेकिन एंड्रॉयड फोन अभी भी 3 से 4 साल पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम वर्जन पर काम कर रहे है।
देश के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर टीसीएस (TCS) को पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) का दूसरा फेज शुरू करने की अनुमति मिल गई है.
ई-गवर्नेंस प्रोग्राम के तहत भारत के लाखों लोगों का पासपोर्ट बनाया जाएगा. इसमें टाटा की कंपनी टीसीएस सबसे नई आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करेगी. टीसीएस इस बार ई-पासपोर्ट (e-passport) भी शुरू करने जा रही है जिसका इंतजार कई वर्षों से है.
टीसीएस ने ई-पासपोर्ट के बारे में कहा है, इसकी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी हम लेकर आ रहे हैं, लेकिन पासपोर्ट पास करना या छापने का काम केंद्र सरकार ही करेगी. लोगों के ऐसे सवाल हैं कि क्या ई-पासपोर्ट पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक होगा या उसका रूप कैसा होगा. इस बारे में टीसीएस ने साफ कर दिया है कि e-passport पूरी तरह से पेपर-फ्री नहीं होगा और उसमें कुछ कागज भी होंगे. कागज की जरूरत इसलिए होगी क्योंकि वीजा स्टांपिंग का काम अभी चल रहा है जो कागज पर ही हो सकेगा. कंपनी का कहना है कि बाद में ऑटोमेशन के जरिये कागज की जरूरत को खत्म किया जा सकता है.
पासपोर्ट के जैकेट (ऊपरी पन्ना) में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होगी जिसमें सुरक्षा से जुड़ी सभी जानकारी दर्ज होगी. दुनिया के कई देशों में ई-पासपोर्ट है और कई देश इस पर काम भी कर रहे हैं. लेकिन भारत का ई-पासपोर्ट बाकी देशों से बिल्कुल अलग होगा. बस कुछ महीनों की बात है और भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जहां ई-पासपोर्ट का चलन है. टीसीएस ने देश में पहले फेज का पासपोर्ट कार्यक्रम भी चलाया है जिसमें 8.6 करोड़ से अधिक लोगों को पासपोर्ट जारी किया गया. भविष्य में भारत के लोग दुनिया के अलग-अलग हिस्से में यात्रा करेंगे और इससे पासपोर्ट बनाने का काम और तेज होगा.
जारी करने का काम सरकार का
पासपोर्ट छापने और जारी करने के अलावा इससे जुड़े सभी काम टीसीएस ही देखेगा. इसके लिए तीसरा डेटा सेंटर तैयार किया जा रहा है जिसमें लोगों की जरूरी जानकारी स्टोर की जाएगी. पहले फेज में दो डेटा सेंटर बनाए गए थे. इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनी सैकड़ों टेक्नोलॉजी वर्कर की भर्ती करेगी. इसके साथ ही पासपोर्ट सेवा केंद्र के लिए फ्रंट ऑफिस स्टाफ की भी भर्ती की जाएगी. ई-पासपोर्ट में बायोमेट्रिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एडवांस डाटा एनालिटिक्स, चैटबोट, ऑटो रेस्पोंस, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और क्लाउड का इस्तेमाल किया जाएगा. लोगों का जैसा उपयोग और अनुभव होगा, उस हिसाब से ई-पासपोर्ट में सुविधाएं जोड़ी जाएंगी.
फिंगरप्रिंट और आईरिस का इस्तेमाल
पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल पहले से होता है. फिंगरप्रिंट भी बायोमेट्रिक का हिस्सा है. इसलिए ई-पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट तो रहेगा ही, इसके अलावा भी कई तरह की सुविधाएं जोड़ी जाएंगी. व्यक्ति की पहचान के लिए फिंगरप्रिंट के अलावा आईरिस और अल्गोरिदम का उपयोग होगा. आईरिस का प्रयोग वैसे ही होगा जैसा आधार आदि में किया जाता है. आईरिस से भी व्यक्ति की पहचान होती है और इससे फर्जीवाडे को रोकने में मदद मिलेगी. ई-पासपोर्ट में आईरिस की सुविधा भी बढ़ने जा रही है.
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर प्रदेश में स्नातक, स्नातकोत्तर, मेडिकल, इंजीनियरिंग और कौशल विकास प्रशिक्षण से जुड़े विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण की योजना का आगाज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार दोपहर 12 बजे राजधानी के इकाना स्टेडियम में एक लाख विद्यार्थियों को टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री डीजी शक्ति पोर्टल और डीजी शक्ति अध्ययन एप भी लांच करेंगे। विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरण की योजना के साथ ही सरकार भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र 2017 में किया गया सबसे बड़ा वादा भी पूरा करेगी।
आईटी और इलेक्ट्रानिक्स विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि यह योजना से युवाओं को तकनीकी रूप से अपग्रेड करने की दिशा में बड़ी पहल है। स्मार्टफोन और टैबलेट में न सिर्फ पढ़ाई के लिए ऑनलाइन पाठ्यसामग्री मिलेगी बल्कि रोजगार से संबंधित जानकारियां भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि सभी स्मार्टफोन और टैबलेट में डीजी शक्ति अध्ययन एप इंस्टाल है। एप के जरिये संबंधित विश्वविद्यालय या विभाग विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराएंगे। शासन की ओर से बूट लोगो और वाल पेपर के माध्यम से रोजगार परक योजनाओं की भी जानकारी दी जाएगी।
इंफोसिस उपलब्ध क राएगी 3900 प्रोग्राम योजना की नोडल एजेंसी यूपीडेस्को के एमडी कुमार विनीत ने बताया कि सरकार की ओर से आईटी कंपनी इंफोसिस से अनुबंध किया जा रहा है। इससे इंफोसिस के शिक्षा और रोजगार से जुड़े 3900 प्रोग्राम निशुल्क युवाओं को उपलब्ध होंगे। स्मार्ट फोन और टैबलेट में युवाओं को पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं और रोजगार के लिए बेहतरीन पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। इससे वह वह स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
जिलों में भी वितरित किए जाएंगे स्मार्ट फोन और टैबलेट कुमार विनीत ने बताया कि स्मार्ट फोन और टैबलेट वितरण के लिए शनिवार को लखनऊ में अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे प्रदेश भर के युवाओं को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को होने वाले समारोह में हर जिले से दो-दो सौ विद्यार्थियों को भी टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद जिलों में स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर स्मार्ट फोन और टैबलेट वितरित किए जाएंगे।
कुछ समय बाद कई स्मार्टफोन की स्पीड स्लो हो जाती है क्योंकि अधिक ‘जंक’ कैश्ड डेटा, अनयूज्ड फाइलों और फोल्डरों के रूप में इक्टठा हो जाता है.
Smartphone speed up
Smartphone Speed UP:
एंड्रॉयड स्मार्टफोन खूब इस्तेमाल किए जा रहे है. नई नई टेक्नॉलोजी आ रही हैं. नए स्मार्टफोन्स में प्रोसेसर, रैम और स्टोरेज भी ज्यादा आ रही हैं. लेकिन कुछ समय बाद कई स्मार्टफोन की स्पीड स्लो हो जाती है क्योंकि अधिक ‘जंक’ कैशे डेटा, अनयूज्ड फाइलों और फोल्डरों के रूप में इक्टठा होते रहते हैं. इसके लिए हममें से अधिकांश लोग एक एंड्रॉयड एंटी-वायरस ऐप डाउनलोड करते हैं जो एक टैप में काम करता है, लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने Android स्मार्टफोन को स्पीड बढ़ा सकते हैं.
Home screen clean up
डेटा सेवर मोड चालू रखें (Enable ‘Data Saver’ Mode)
क्रोम ब्राउजर में ‘डेटा सेवर’ ऑप्शन को एक्टिव करने से आपको ज्यादा इंतजार किए बिना सर्फिंग करने में मदद मिलेगी क्योंकि यह कम डेटा का इस्तेमाल करके और पेजों को तेजी से लोड करता है. यहां आप फोटो और वीडियो की क्वालिटी पर थोड़ा सा समझौता कर सकते हैं. साथ ही, यहां डेटा स्पीड मायने रखती है.
On data sever mode
होम स्क्रीन साफ रखें (Clean The Home Screen)
होम स्क्रीन को क्लीन करने से फोन हल्का हो जाता. मौसम, समाचार और इस तरह के लगातार अपडेट होने वाले ऐप्स के लिए विजेट्स के साथ लाइव वॉलपेपर रखने से अक्सर फोन स्लो हो सकते हैं क्योंकि जैसे ही आप अपने स्मार्टफोन को अनलॉक करते हैं, वे सभी रिफ्रेश हो जाते हैं. होम स्क्रीन पर कई विंडो रखने से भी यही हाल होता है.
Switch Off Auto-Sync
इन दिनों ज्यादातर स्मार्टफोन में सेटिंग ऐप में यह खास ऑप्शन होता है. बैकग्राउंड में ऑटो सिंक करने के लिए वास्तव में किन ऐप्स की जरूरत है, इस पर एक नजर डालें. केवल उन्हीं ऐप्स को ऑटो सिंकिंग की परमिशन दें जिनकी आपको वास्तव में जरूरत है.
हां, तुमने यह सही पढ़ा. टास्क किलिंग ऐप्स वास्तव में ऐप्स के स्टार्ट होने को स्लो कर देते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ ऐप्स को एंड्रॉयड द्वारा बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जाता है जब उन्हें बैकग्राउंड में बीच में छोड़ दिया जाता है. जब टास्क किलर बैकग्राउंड में चल रहे ऐप को बंद कर देते हैं, तो उन्हें शुरू से बूट करने में अधिक समय लगता है. इसमें बैटरी भी ज्यादा लगती है.
Overclock The Smartphone Processor
यदि आप अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन को रूट करना जानते हैं और आपके पास एक अच्छा ओवरक्लॉकिंग ऐप है, तो एक तेज UI अनुभव देखने के लिए तैयार हो जाइए. हालांकि, यहां कुछ वॉर्निंग्स में स्मार्टफोन का ज्यादा गर्म होना और तेज बैटरी खत्म होना शामिल हैं.
जंक फाइलों को क्लीयर करने और कुछ कामों में स्मार्टफोन की स्पीड बढ़ाने का यह शायद सबसे आम तरीका है. इसके लिए आपको बहुत सारे ऐप मिलते हैं और कुछ स्मार्टफोन में इस फीचर के साथ इनबिल्ट फोन मैनेजर भी होता है.
Deactivate Some Apps
आप बैकग्राउंड में चल रहे कुछ ऐप्स को डीएक्टिवेट भी कर सकते हैं. क्लियरिंग ऐप्स जिनका आप जल्द ही कभी भी उपयोग नहीं करेंगे, इससे रैम और प्रोसेसर पर लोड कम कर देंगे. इसके लिए आपको कई थर्ड पार्टी ऐप्स भी मिलते हैं.
Keep The OS Version Up To Date
यदि आपका स्मार्टफोन अभी भी आधिकारिक ओएस अपग्रेड साइकल में है, तो जब भी ओईएम नया ऑपरेटिंग रोल आउट करे तो नया वर्जन इंस्टॉल करें. यह पिछले वर्जन से बग को दूर रखता है और डिवाइस को फास्ट रखने में हेल्प करता है.
Factory Reset
यह आपके पास आखिरी उपाय है. यदि आप रूटिंग से परिचित नहीं हैं, और आपकी डिवाइस आधिकारिक Android OS अपडेट साइकल में नहीं है और आप नहीं चाहते कि थर्ड पार्टी एप्लिकेशन आपका डेटा क्लीयर करें तो फैक्ट्री रीसेट करें. यह ऑप्शन सेटिंग पेज में पाया जा सकता है. फैक्ट्री रीसेट करने से पहले सुनिश्चित करें कि आपने सब कुछ बैकअप कर लिया है.
यहां इंटरनेट पर सबसे उपयोगी वेबसाइटें हैं जो आपको स्मार्ट बनाएंगी, उत्पादकता बढ़ाएंगी और नए कौशल सीखने में आपकी मदद करेंगी। ये अविश्वसनीय रूप से उपयोगी वेबसाइटें कम से कम एक समस्या को वास्तव में अच्छी तरह हल करती हैं। और उन सभी के पास अच्छे यूआरएल हैं जिन्हें याद रखना आसान है और इस प्रकार आपको Google की यात्रा की बचत होती है।
सबसे उपयोगी वेबसाइट और वेब ऐप्स
आर्काइव .is – एक वेब पेज का एक स्थायी स्नैपशॉट लें जो हमेशा के लिए मौजूद रहेगा, भले ही मूल पेज चला गया हो।
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